🔺 भारत में लोग हमेशा से धार्मिक आस्था से जुड़े रहें है तथा अपनी श्रृद्धा दिखाने के लिए वो पूजा पाठ, यज्ञ, तथा अन्य अनुष्ठानों में लगे रहते है जिसके चलते वह अपने इन सब कार्यों में अगरबत्ती या दिये का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं,
अत: हम आपको इस लेख में इन सभी लोगों की जरूरत को पूरा करने के लिए अगरबत्ती बनाने के लघु व्यापार को शुरू करना सिखाने वाले हैं और जिससे आप कमाई कर सकते हैं।
अगरबत्ती बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें : How to start agarbatti making business |
अगरबत्ती बनाने के बिज़नेस को आप छोटे स्तर से अर्थात् अपने घर (Work From Home ) से ही शुरू कर सकते हैं
,यह बिज़नेस काम निवेश में अच्छा मुनाफा प्रदान कर सकता है ।
हम आपको इस लेख में बताएंगे की " अगरबत्ती बनाने का व्यापार शुरू कैसे करें ? "
अगरबत्ती व्यापार की नींव (Foundation of Agarbatti Business)
भारत के साथ दुनिया के कई देश में मंदिर हो या घर पूजा पाठ या अनुष्ठान के लिए अगरबत्ती की आवश्कता पड़ती ही है । जिससे ये बात तो स्वाभाविक है की अगरबत्ती की मांग और खपत कभी कम नहीं होने वाली है ।
अगरबत्ती का व्यापार लघु उद्योग (Small industry) के अंतर्गत आता है अर्थात् इसे शुरू करना भी आसान कार्य है ।
तथा काम लगता में इस व्यापार को शुरू किया जा सकता है
अगरबत्ती बनाने का व्यापार शुरू कैसे करें (How to Start agarbatti Making Business)
किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए हमे अपनी तथा अपने नीवेश के अनुरूप रूपरेखा तैयार करनी होती है , बिज़नेस प्लान को ध्यान में रखते हुए व्यापार को आगे बढ़ाते हैं, अगरबत्ती का व्यापार शुरू करने के लिए हमे निम्न चीजों को जरूरत होगी
अगरबत्ती का बिजनेस शुरु करने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना
निवेश का इंतजाम करना
कच्चा माल जुटाना
मशीनरी जुटाना
अगरबत्ती का काम करने वाले लोगों को और व्यापार के पदों के अनुसार लोगों की जरूरत
अगरबत्ती की पैकेजिंग करवाना
अगरबत्ती की मार्केटिंग करना और उसे बेचना
अगरबत्ती बिज़नेस को ROC के साथ रजिस्टर करना
🔺 अगरबत्ती व्यवसाय को कानून की नजरों में सही रखने के लिए, व्यवसाय के मालिक को व्यापार या कम्पनी को एक इकाई के रूप में अपने बिज़नेस को रजिस्टर करवाना होगा। अगरबत्ती व्यवसाय मालिक को अपने बिज़नेस स्ट्रक्चर को निर्धारित करने की आवश्यकता होती है, जिसके द्वारा अगरबत्ती व्यवसाय काम करेगा ।
अगरबत्ती मेकिंग बिज़नेस को कंपनी अधिनियम की धारा 609 के तहत रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (ROC) के साथ, एक प्राइवेट कंपनी या पब्लिक लिमिटेड कंपनी, सोल प्रोप्राइटरशिप, लिमिटेड लाइबिलिटी, पार्टनरशिप फर्म पार्टनरशिप आदि के रूप में रजिस्टर किया जा सकता है।
अगरबत्ती व्यापार के लिए लाइसेंस आवेदन (Licence Apply For agarbatti Business)
किसी भी व्यवसाय को शुरू करते समय आपको उसके लिए लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य है , और हर राज्य और देश के लिए यह अलग अलग हो सकता है , इसलिए व्यापारियों को अपने व्यवसाय से सम्बंधित नियम वा शर्तो के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए ।
अगरबत्ती व्यापार को शुरू करने के लिए निम्न लाइसेंसों को जरूरत होती है :
कंपनी रजिस्ट्रेशन : अगरबत्ती व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप ROC के तहत आपको अपनी कंपनी को रजिस्टर कराना है
EPF रजिस्ट्रेशन : अगर आपकी फर्म, कंपनी या मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में 20 से ज्यादा कर्मचारी हों तो EPF रजिस्ट्रेशन जरूरी हो जाता है ।
ESI रजिस्ट्रेशन: अगर आपकी कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 10 से ज्यादा है, तो कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।
फैक्ट्री लाइसेंस: यदि व्यवसाय के मालिक बड़े स्तर पर मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की रणनीति बना रहे हैं तो फैक्ट्री लाइसेंस और NOC की आवश्यकता होती है।
प्रदूषण सर्टिफिकेट: यह कंपनी को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्त किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण सर्टिफिकेट में से एक है, क्योंकि यह कंपनी का साइट सर्वेक्षण करके जब आश्वस्त होता है तब ही व्यवसाय शुरू करने की अनुमति कंपनी को प्रदान करता है ।
SSI रजिस्ट्रेशन : किसी भी छोटे व्यवसाय को लघु उद्योग पंजीकरण प्राप्त करना अनिवार्य है भले ही फर्म या निर्माण इकाई SSI के अंतर्गत न आए|
GST रजिस्ट्रेशन : यह प्रत्येक व्यवसाय धारक के लिए अनिवार्य रजिस्ट्रेशन है, क्योंकि वस्तुओं और सेवाओं के लिए GST नंबर प्राप्त करना अनिवार्य है।
ट्रेड लाइसेंस : भारत में किसी भी प्रकार के व्यापार को करने के लिए, व्यापार के मालिकों या व्यापारियों को स्थानीय अधिकारियों से ट्रेड लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता होती है और ट्रेड लाइसेंस पंजीकरण और वैधता एक राज्य से दूसरे राज्य में स्थांतरण में अलग अलग होती है।
अगरबत्ती व्यापार के लिए निवेश और जगह की व्यवस्था (investment and Place For agarbatti Business)
कोई भी बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको निवेश की आवश्कता पड़ती है ,अगरबत्ती व्यापार के लिए भी आपको निवेश की आवश्यकता पड़ेगी
अगर आप अपना व्यापार घर से शुरू करते है, तो इसके लिए आपको कच्चे माल पर 15 20 हजार रुपए निवेश करने होंगे उसके साथ ही 1000 से 2000 स्क्वायर फीट जमीन की आवश्कता पड़ेगी ।
और यदि आप एक पूरी कंपनी खड़ी करने की सोच रहे हो तो आपको 5 से 6 लाख रुपए काम से काम निवेश तो करने ही होंगे । जिसके लिए आप अपनी सुविधा अनुसार जमीन का प्रयोग कर सकते हैं।
अगर आप बड़े पैमाने पर ही बिज़नेस शुरू करना चाहते है और आपके पास पैसे नही है तो आप सरकारी सहायता मुद्रा लॉन द्वारा प्राप्त कर सकते है
अगरबत्ती व्यापार के लिए मशीन या उपकरण (Machines For agarbatti Business)
अगरबत्ती बनाने के लिए आप शुरआत में तीन तरह की मशीन या उपकरण में से कोई भी प्रयोग में ला सकते हैं जिनकी कीमत 1 से 5 लाख के बीच में हो सकती है ,
मैनुअल मशीन
ऑटोमेटिक मशीन तथा
हाई स्पीड ऑटोमेटिक मशीन मशीन ।
इन सब को जानकारी आप मार्केट से प्राप्त कर सकते है तथा अपनी सुविध और आवश्यकता के अनुसार खरीद सकते हैं।
और अगर आप बड़े पैमाने पर शुरूआत कर रहे हैं, तो कोशिश करे की ये मशीन और उपकरण को आबादी क्षेत्र से दूर लगाए जिससे लोगों को परेशानियों का सामान न करना पड़े ।
अगरबत्ती निर्माण की कच्ची सामग्री (agarbatti Raw Material)
जो भी कच्ची सामग्री अगरबत्ती निर्माण में सहायक होती है ,
वह सब कच्ची सामग्री को आप थोक बाजारों से खरीद सकते है
अगरबत्ती निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्री की लिस्ट नीचे दी गई है
बांस की डंडी
सुगंधित कैमिकल , अलग अलग तरह के
आवश्यक तेल (चंदन)
जिलेटिन के कागज
इत्र
पेपर बॉक्स
रैपिंग पेपर
बुरादा
चन्दन पाउडर
सफेद चिप्स पाउडर
पैकिंग सामग्री
एवम अन्य सामग्री जैसे कलर पाउडर जिसमें जिकिट, चारकोल, क्रूड और नरगिस पाउडर शामिल हैं
अगरबत्ती निर्माण का तरीका (agarbatti Making Process)
अगरबत्ती निर्माण के लिए आप जिस प्रकार से घर में रोटी बनाने के लिए आटे को गूथते है, उसी तरह आपको अगरबत्ती को बनाने के लिए कच्ची सामग्री (raw material) को तैयार करते हैं।
इसके लिए आपको बर्तन में कच्ची सामग्री को लेना होगा और उसमें पानी डालकर अच्छे से मिलाया जाता है।
याद रहे ये न ज्यादा सूखा हो और न ज्यादा गिला
कच्ची सामग्री (raw material) तैयार होने के बाद आप खुद से अगरबत्ती बना सकते हैं या फिर मशीनों का प्रयोग भी कर सकते हैं
अगरबत्ती की पैकेजिंग (Agarbatti Packaging)
आज के समय में लोग खुले हुए समान से ज्यादा बंद पैकिंग की चीजों को अहमियत देते है और उन्हें ही बेहतर मानते हैं,
आज के समय में पैकिंग बंद सामान उच्च गुणवत्ता का प्रतिक माना जाने लगा है ।
तो आपको अगरबत्ती की मार्केटिंग और अधिक बिक्री के लिए इसकी अच्छी एवम आकर्षक पैकिंग करनी होगी ।
अगरबत्ती व्यापार की मार्केटिंग ( Agarbatti Business Marketing)
आप अपने इस प्रोडक्ट को एक ब्रांड के रूप में उभार सकते हैं, जिसके लिए आप आज के समय का सबसे शक्तिशाली शस्त्र Social Media Marketing का सहार ले सकते है
YouTube, Instragram, Facebook, Telegram पर पेज या वीडियो के द्वारा लोगो को अपने product के बारे में बता सकते हैं
Famous influencers से Collab या Promotion करवा सकते है
Website के द्वारा आप अपने Products को ekart जैसे delivery method से घर घर पहुंचा सकते हैं
इसके साथ ही आप बाजार में किराने की दुकान से सम्पर्क कर सकते है ,इसके साथ मॉल या किसी थोक विक्रेता से संपर्क करें।
अगरबत्ती व्यापार में लाभ ( agarbatti business me labh)
इस तरह के व्यापार जिसको आप लघु रूप में भी स्थापित कर सकते है , जिसमें कम निवेश में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है ।
एक दिन में अगर आप 200 किलो अगरबत्ती बनाते हो तो आप इससे कम से कम 2,000 रूपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
अगरबत्ती व्यापार को आप दो रूपों में कर सकते है एक छोटे पैमाने पर जिसकी शुरुआत घर से ही कर सकते है जिसको आप काम लगता या निवेश के साथ शुरू कर सकते है ।
और दूसरा बड़े पैमाने पर कंपनी या फार्म खोल के जिसमे मैनुअल मशीन ,ऑटोमेटिक मशीन तथा हाई स्पीड ऑटोमेटिक मशीन के द्वारा आप काम समय में अधिक से अधिक उत्पादन कर सकते है तथा अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते है .
FAQs
प्रश्न -अगरबत्ती निर्माण के समय तीलियों की हाइट कितनी रखें ?
उत्तर - अगरबत्ती के निर्माण के समय तीलियों की हाइट लगभग 8 से 12 इंच होनी चाहिए।
प्रश्न - क्या अगरबत्ती के व्यापार में कोई अच्छा स्कोप है ?
उत्तर - अगरबत्ती बिजनेस में बहुत अधिक अच्छा स्कोप है इसकी बिक्री हमारे भारत के साथ बाहर के पड़ोसी देशों में भी अधिक है। जैसे - मलेशिया, भूटान, वर्मा, नेपाल, श्रीलंका इत्यादि।
प्रश्न - अगरबत्ती निर्माण के लिए कच्चा माल कहां से खरीदें
उत्तर - अगरबत्ती निर्माण के लिए आप कच्चा माल ऑनलाइन और ऑफलाइन थोक में दोनों मार्केट से खरीद सकते हैं। इससे यह आपका थोड़ी बहुत कम कीमतों पर मिल जाएगा।